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  • Writer's picturenathi nonsense

Stories On Longing

Longing, a word too heavy to understand yet feel. We assume the word longing to be symbolic of a love we never got a chance to reminisce. But have you felt the need to collide with your own self and your memories again because you long for the old you that got buried somewhere because of a love you did not experience, a phase you lived etc.

Here are stories of such longings. Enjoy.

THE LONGING FOR LOVE. 

तुमसे जुदा होने के बाद एक और सफर शुरु हुआ, जब सफर शुरु हुआ था तब एड़ी थोड़ी कोमल थी, सफर कहाँ से शुरु हुआ याद नहीं, पर चलते चलते इतने आगे आ चुके हैं, इतने तजुर्बे मिले है की वो एड़ी अब कोमल नहीं रही, सख्त हो गई है। दरारें पड़ गई है, पर मंज़िल अभी मिली नहीं, सफर अभी पुरा नहीं,, वो दरारें गेहरी हो गई है,वो दर्द कर रही है, मगर अब पैर साथ नहीं दे रहे एसे में अगर तुम्हे वक्त मिले तो आना कभी और छु लेना मेरी उस सख्त एड़ी को की वो फिरसे कोमल हो जाए तुम्हारी छुअन से कुछ और सदीआँ चलने की हिंमत मिल जाए, शायद ये सफर पुरा हो जाए।

 THE LONGING FOR SELF

ये कश्तियाँ बड़ी अजीब होती हे, यादों की कश्तियाँ, इनमे होती हे सभी कश्तियाँ, कुछ बुरी यादों की, जो होती हे काँच के टुकड़ो की बनी, जो चुभती रेहती हे, ओर कुछ हसीन लम्हों की कुछ खुशी की, कश्तियाँ, जो होती हे मखमली कागज की बनी, ये काच की कश्ति से बने झख्म पर मरहम सी होती हे, कुछ बड़ी महिन धुंधली होती हे, कुछ बड़े जहाज सी होती हे, जो महिन धुंधली हे वो शायद बचपन में बनी होंगी, जो बडी़ जहाज सी हे वो अभी अभी बनी होंगी, ये कश्तियाँ, युं तो तेरती रेहती हे आँखो के साहिल पे, रुकती नहीं हे, रुकती तब हे जब हम उसे दोहराए, वरना चलती रेहती हे, बेहती रेहती हे, अनंत तक..

~ मुसाफिर ( Dhrupad Mehta)

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