
.png)
शहरनामा
Documenting the marginalised culture with youth
शहरनामा एक ऐसा कार्यक्रम है जो अहमदाबाद की हाशिए पे रखी विरासत को युवाओं के नज़रिए से डॉक्युमेंट करता है। अहमदाबाद की विरासत विभिन्न समुदायों की संस्कृति का एक जटिल मिश्रण है जो अहमदाबाद की सीमाओं में पोषित है। ये समुदाय विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्यों से आते हैं। शहरनामा इन वंचित समुदायों की सांस्कृतिक विरासतों को केंद्र में रखता है जो अधिकतर मुख्य धारा से अनुपस्थित होती हैं।
शहर के युवा इस कार्यक्रम के अंतर्गत सूफ़ी, ट्रांसजेंडर, आदिवासी और प्रवासी समुदायों के त्योहारों/सांस्कृतिक प्रथाओं के साथ जुड़ेंगे । विडीओ शूटिंग, ऑडीओ रिकॉर्डिंग और लेखिक रूप से युवा उपरोक्त समुदायों की संस्कृति को डॉक्युमेंट करेंगे और अहमदाबाद की जनता हेतु विभिन्न माध्यमों पर उपलब्ध करवाएँगे।
प्रोजेक्ट का नेतृत्व रेडीओ नज़रिया -सामुदायिक रेडीओ स्टेशन द्वारा युवाओं द्वारा गठित संस्था -नथी नॉन्सेन्स के साथ आर्किटेक्ट और अर्बन प्लानर श्री पीयूष पण्ड्या परामर्श और शिक्षण में सम्पन्न किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट ब्रिटिश काउन्सिल द्वारा वित्त-पोषित है।